Sunday, August 29, 2010

हमारा दिल जब चाँद की जगह ले लेगा

हमारा दिल जब चाँद की जगह ले लेगा
आसमान तेरा एक टुकड़ा उसे रहने को दे देना
चाँदनी कही ये ना समझे के कोई अजनबी आया है................

वक़्त अपनी रफ़्तार में मुझे भी ढलने दो
मैं भी एक जर्रा हूँ तेरे लम्हे से गिरा हुआ |
कितनी जल्दी है तुझे,कहाँ पहुँचना है बताओ
तुम्हे भाग भाग कर पकड़ना नही होता मुझ से
रुक जा कही,साँस तॉ लेलुँ ज़रा,खुद के खेल ना रचाओ
तेरे कदमो से कदम मिला कर,कभी मुझे भी चलने दे

वक़्त अपनी रफ़्तार में मुझे भी ढलने दो
मैं भी एक क़तरा हूँ तेरे लम्हे से मिला हुआ |

कभी तुम धीमे चलते हो,मेरे पीछे रहते हो
मूड मूड कर देखती रहत हूँ तुझे,के पास आओगे
छुप जाते हो तुम,जब मुझे किसी का इंतज़ार होता है
ज़रूरत होगी इस दिल को तेरी,क्या तब साथ रह पाओगे

वक़्त अपनी रफ़्तार में मुझे भी ढलने दो
मैं भी एक आस हूँ तेरे लम्हे से जुड़ा हुआ |

Tuesday, June 1, 2010

हम हर कोशिश कर के हार गये

Wednesday, May 12, 2010

जिंदगी भी

Thursday, January 14, 2010

तालाश

  • चाँदनी रात मै कभी सुबकता हूँ तो कभी सिसकता हूँ ........

    सुबह शाम गमें लहू पीता हूँ, न हो सका किसी का

    सारे ज़िन्दगी जिसके लिये वफ़ा करता रहा, वो भी गद्दार कहा

    झूठ के कोहरे में मेरी वफ़ा का भाष्कर कहीं छीप सा गया

    मुझसे है पुरानी यारी मेरे बदकिस्मती की ,

    कभी मै जीतता हु कभी वो जीतता हैं

    इस जीत हार के खेल मै वफादार से गद्दार कहलाता हूँ

    सुबह शाम गमे लहू पीता हूँ

    कभी सुबकता हूँ कभी सिसकता हूँ........

    उन्हें शायद पता नहीं नकली सोने में कितनी चमक है

    उस नक़ल के चकाचोंध में सच्चा सोना खो गया

    लेकिन है विश्वास मन में ,एक दिन ऐसा आयेगा

    सत्य की आंधी आयेगी और झूठ का कोहरा फट जायगा

    फिर भाष्कर लालिमा लिये छितिज पर लहलहाएगा...

    लेकिन तब तक देर बहुत देर हो जायगा .............................

    अभाष आनंद, व्याख्याता- मनोविज्ञान विभाग, मधेपुरा कॉलेज, मधेपुरा

Saturday, January 2, 2010

नैनो मे बसे है ज़रा याद रखना

नैनो मे बसे है ज़रा याद रखना,
अगर काम पड़े तो याद करना,
मुझे तो आदत है आपको याद करने की,
अगर हिचकी आए तो माफ़ करना.


ये दुनिया वाले भी बड़े अजीब होते है
कभी दूर तो कभी क़रीब होते है
दर्द ना बताओ तो हमे कायर कहते है
और दर्द बताओ तो हमे शायर कहते है

अभाष आनंद

आज हम आपना ब्लोग्स बना लिये है

hi

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